Swami Vivekananda Sardh Shati Samaroh with a theme of Wake Up Bharat! Enlighten The World!!. www.vivekananda150jayanti.org
Thursday, April 25, 2013
Yug Nayak Vivekananda
Wednesday, April 24, 2013
विवेकानंद आणि डॉ. आंबेडकर पुस्तकाचे प्रकाशन
स्वामी
विवेकानंद सार्ध शती समारोह समितीतर्फे ‘स्वामी विवेकानंद आणि डॉ.
बाबासाहेब आंबेडकर’ पुस्तकाचे प्रकाशन रविवारी (१४ एप्रिल) सायंकाळी ६
वाजता हिराचंद नेमचंद वाचनालयाच्या ऍम्फी थिएटरमध्ये बौद्ध धर्मगुरू भन्ते
सुमेधजी यांच्या हस्ते होणार आहे.
स्वामी विवेकानंद यांचे १५० वे जयंती वर्ष आणि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर
यांच्या जयंतीचे औचित्य साधून हे प्रकाशन होत आहे. रमेश पतंगे यांनी
लिहिलेले हे पुस्तक विवेकानंद केंद्र मराठी प्रकाशन विभागाने प्रकाशित केले
आहे.
संभाजीनगर (औरंगाबाद) येथील डॉ. आंबेडकर यांचे अभ्यासक रमेश पांडव
यांचे व्याख्यान यावेळी होईल. याशिवाय प्रा. विक्रम कांबळे व प्रा. विलास
बेत हे पुस्तकासंबंधी आपले मनोगत व्यक्त करणार आहेत. विवेकानंद केंद्राचे
प्रांत संघटक विश्वास लपालकर यांची प्रमुख उपस्थिती असेल.या पुस्तकामुळे
बहुतेक करून दुर्लक्षित राहिलेले स्वामी विवेकानंदांचे सामाजिक विचार आणि
त्याच पद्धतीने दुर्लक्षित राहिलेले डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांचे धार्मिक
विचार यांचे दर्शन होते, अशी माहिती संयोजक वल्लभदास गोयदानी यांनी दिली.
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या संबंधाने पुष्कळ लेखन केलेले लेखक रमेश
पतंगे यांनी स्वामी विवेकानंदांच्या सामाजिक विचारांचा आढावा घेणारे पुस्तक
लिहिले आहे. तो आढावा घेताना त्यांच्या आणि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या
विचारांमध्ये किती साम्य होते, हे दाखवून दिल्याचेही ते म्हणाले.
Labels:
Aurangabad,
Maharashtra.,
Sambhajinagar,
Swami Vivekananda
Monday, April 15, 2013
Prabudhdha Mahila Goshthi at Rajkot
Samvardhini aayam, Rajkot
has organized “Mahila Vichar Goshthi” for the Prabuddh Mahila. It was
conducted on 29th March 2013, 10 to 12 noon at “Hemu Gadhavi Hall,
Rajkot.”
karyakram was stared with
3 Omkar & prayer followed by the welcom and introduction of
honorable guest on dias. The briefing of Swami Vivekananda 150th birth
anniversary celebration and Samvardhini ayam was given. Honorable guest
Ma.Nivedita Raghunath Bhide (Vice president of Vivekananda Kendra,
Kanyakumari) talked on “ प्रबुध्ध माहिला की सामाजीक जवाबदारीयाँ". The
talk was followed by thought provoking question & answer. Program
was concluded with a vote of thanks and Shanti Mantra in presences of
293 elite women of Rajkot region.
Labels:
Gujarat,
prabudhdha mahhila goshthi,
Rajkot,
Swami Vivekananda
Tuesday, April 9, 2013
TV Channel coverage of SuryaNamaskar
SuryaNamaskar Event on A2Z News
SuryaNamaskar Event on AajTak News
SuryaNamaskar Event on P7 News
SuryaNamaskar Event on TV9 News
SuryaNamaskar Event on Gujarat Headline
SuryaNamaskar Event on ABP News
SuryaNamaskar Event on Zee News
SuryaNamaskar Event on Sahara NCR
SuryaNamaskar Event on AajTak (Delhi) News
SuryaNamaskar Event on Zee News
SuryaNamaskar Event on Sahara Samay
SuryaNamaskar Event on India News
SuryaNamaskar Event on Zee News
Vimarsh at Jabalpur (Madhya Pradesh)
Vimarsh was held on 7th March 2013 with the blissful lecture
of Swami Satyamitranandaji (Nivrat Shankaracharya, Founder of Bharat
Mata Mandir, Haridwar). He had spoke on Social Formula of Swami
Vivekananda for Equality. The Vimarsh was attended by more than 1100
people from various parts of the society.
Labels:
Jabalpur,
madhya pradesh,
Swami Vivekananda,
Vimarsh
Book Release
Bharatheeya Vichara Kendram, Trivendram brought out a book on Swami
Vivekananda authored by 101 prominent writers in Malayalam. Date:
13.3.2013
For Book (PDF) and other information, please Click Here
राष्ट्रीय समस्याओं का हल : स्वामी विवेकानन्द में
भारत को यदि जीवित रहना है और प्रगति करते हुए अपने
खोये हुए गौरव को प्राप्त करना है, तो अपनी राष्ट्रीय समस्याओं का हल उसे
स्वामी विवेकानन्द में ही ढूँढना होगा , क्योंकि स्वामी विवेकानंद जी ने
व्यक्तिगत, सामाजिक व राष्ट्रीय जीवन को प्रभावित करने वाले हर पहलू पर बड़े
ही तार्किक एवं व्यावहारिक विचार प्रस्तुत किये , जो आज भी उतने ही
प्रासंगिक हैं । और इस पुनीत कार्य को देश का युवा वर्ग आसानी से कर सकता
है । स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि " मुझे युवा पीढ़ी पर, आधुनिक पीढ़ी
पर विश्वास है , उन्हीं में से मेरे कार्यकर्ता निकलेंगे और सिंह के समान
वे सारी समस्याओं को सुलझा लेंगे ।" उक्त विचार समिति के हरियाणा प्रांत
संयोजक श्री अनिल कुमार ने आज के .सी . रोड पर स्थित जैन भवन में समिति
द्वारा आयोजित एक प्रेस वार्ता में व्यक्त किये ।
स्वामी विवेकानंद जी के 150वीं जयंती वर्ष के
उपलक्ष्य में पुरे वर्ष भर अनेक प्रकार के कार्यक्रम किये जाने हैं । इसी
कड़ी में आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि
मार्च और अप्रेल के महीने में युवा शक्ति के प्रेरणा पुंज रहे स्वामी जी
का सन्देश सभी छात्र-छात्राओं तक पहुँचाने के उद्देश्य से फरीदाबाद जिले
के सभी कालेजों व शैक्षणिक संस्थानों में 'SWAMI VIVEKANAND JI IN
CAMPUS ' नाम से स्वामी जी का चित्र अनावरण , भाषण प्रतियोगिता , निबन्ध-
लेखन , सांस्कृतिक कार्यक्रम , रक्त-दान शिविर, सामजिक विषयों से सम्बंधित
युअवाओन का रुझान जानने के लिए सर्वे आदि अनेक प्रकार के कार्यक्रम
आयोजित किये जायेंगे । जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं । सभी
कालेजों में कालेज प्रबंधन की सहमति से कार्यकर्ताओं की टोलियाँ बना दी
गयी हैं जिनमे कुछ समिति के कार्यकर्ता होंगे, कुछ उस कालेज या संस्थान के
विद्यार्थी तथा उसी कालेज/संस्थान के एक-दो अध्यापक शामिल किये गए हैं ।
जिले में 14 लोगों की एक स्वागत समिति बनाई गयी है , जिसमे डी ऐ वी कालेज
के प्रिंसिपल श्री सतीश आहूजा, के एल मेहता दयानंद शिक्षा समिति की चेयरमैन
श्रीमती विमला मेहता, अग्रवाल कालेज के प्रिंसिपल श्री के के गुप्ता, श्री
राम इंजीनियरिंग कालेज के निदेशक श्री नरेंदर गुप्ता, एडवांस्ड
इंजीनियरिंग कालेज के निदेशक श्री विनय गुप्ता आदि शामिल हैं ।
इस अवसर पर भगवान् महावीर इंटरनेशनल हॉस्पिटल के
चेयरमैन श्री अजित सिंह पटवा विशेष रूप से उपस्थित थे । श्री पटवा ने
कालेजों में किये जाने वाले इन कार्यक्रमों में हर संभव मदद देने का वादा
किया ।
समिति के युवा शक्ति आयाम के जिला संयोजक संदीप जी, समिति के सह-जिला
संयोजक बी आर सिंगला, श्री संजय अरोड़ा जी, पवन सिंह मलिक व समिति
के प्रचार प्रमुख राजेंद्र गोयल आदि भी प्रेस वार्ता में उपस्थित रहे ।
Ghar Ghar Swami Vivekananda
As part of Swami Vivekananda Sardh Shati Samaroh, there are so many
programs going on through out the country to spread out the thoughts of
Swami Vivekananda. In Madhya Pradesh, Jhoteshware, Message of Swami
Vivekananda is taken to 12 lacs homes by distributing the various
Sahitya relating Swami Vivekanandan.
Monday, April 8, 2013
हिमाचल प्रदेशमें सूर्य नमस्कार
हिमाचल प्रदेशमें 18 फरवरी को स्वामी विवेकानन्द की 150 जयन्ती पर
आयोजित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में पूरे प्रदेश में लगभग एक लाख छात्र -
छात्राओं ने भाग लिया स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति के
प्रान्त संयोजक डाक्टर सुरेश सोनी जी ने बताया कि प्रान्त के 23 जिलों में
1250 जगह पर सामूहिक सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम आयोजित हुआ ।
For more Photographs, please Click Here
MAMMOTH NATIONAL HINDU CONFERENCE IN COLOMBO
SV 150 CELEBRATIONS
MAMMOTH NATIONAL HINDU CONFERENCE IN COLOMBO
10 FEB 2013 SHALIKA ROUNDS COLOMBO
First time in the history, thousands of Hindus
gathered in Colombo, the capital city of Srilanka. This was an
unbelievable sight to the people in Colombo as the Hindus never ever
gathered like this. This was the first time Hindus came with a united
concept and proved their unity and strength.
Hindu Swayamsevak Sangh decided to celebrate Swami Vivekanandha’s 150th
birth anniversary in Srilanka and formed committees among the villages,
urban councils,municipal councils, District and Island levels .
The inauguration function was held on Feb 26th
of 2012. Consequently 140 conferences held all over the Srilanka. More
than 7000 committee members from various parts of the country helped to
organize these programs very successfully. Nearly 500,000 of Hindus came
into contact by these programs. 200,000 stickers were pasted on the
doors of Hindu houses around the country and around 100,000 Hindus took
part in these conferences.
The concluding program of SV 150th year celebrations was held as National Hindu conference at Shalika grounds, Colombo on Feb 10th
of 2013 under the patronage leadership of Hon D.M.Swaminathan M.P. He
is the trustee of famous Sri Ponnambalawaneshwarar temple in Colombo and
also the grandson of Sri Kumaraswami was the president of reception
committee in 1897 to welcome Swamiji when he returned to Colombo from
world religion of Parliament.
A cultural procession with Swamiji’s photograph
marched in the main streets of Colombo and ended at the Shalika grounds.
An exhibition of various Hindu organizations was held in the ground
with fifteen stalls.
Sharply at 3pm program started with hoisting the
national flag by Hon Arumugan Thondaman minister of Livestock and Rural
development. Swami Sarvaroopanandhaji president of Ramakrishna mission
Colombo blessed the program. Brammachari Dharshan Chaithanya of Chinmaya
mission and the buddist monk Amarapura Nikaya Gnanesgwara Thero were
also present to grace the occasion.
Mananeeya Prof. Anirudhdha Deshpandeji All India general secretary of Swami Vivekananda 150th
birth anniversary celebration committee, Shri S.Rajendranji Dhakshin
Kshetra Karyavah, Shri R.B.V.S. Manianji VHP Tamilnadu were the guest
speakers in the program.
Hon ministers, deputy ministers, members of
Parliament from all parties, provincial ministers, Director of
Department of Hindu Religious and cultural affairs, leaders of all Hindu
organizations were present in the stage.
About 10 thousands of Hindus attended the program
in the disciplined manner. They were totally involved and happy due to
the success of the program. They were from all 25 Districts in SriLanka
within 150 divisions (Taluks) consisting 640 villages .
Lunch, dinner and essential facilities were
provided for all. Traffic and security arrangements were perfect with
the help of government authorities. All printing and electronic media
gave a good coverage for this program.
For more information, please Click Here
ॐ सूर्याय नम: के उद्गोष से गूंज उठा जोधपुर
जोधपुर 18 फ़रवरी 2013
स्वामी विवेकानंद सार्ध शती समारोह के अंतर्गत वर्ष पर्यन्त चलने वाले कार्यक्रम के तहत आज पुरे देश में एक साथ एक समय सूर्यनमस्कार महायज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल मान्धाता सिंह थे तथा मुख्य वक्त राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख राम माधव जी थे। कार्यक्रम में प्रान्त प्रचारक मुरलीधर जीए विभाग प्रचारक चन्द्रसेखर जीए महानगर प्रचारक डा धर्मेन्द्र जी उपस्थित थे।
सवेरे से ही जोधपुर के हर रास्ते से विद्यार्थियों की टोलिया न्यू पोलो ग्राउंड की और जा रही थी। सुबह 8.00 बजे से ही न्यू पोलो ग्राउण्ड जाने वाली सड़क पर विद्यार्थियों से भरी बसों की लाइन लगी रही। सारा शहर ही विवेकानन्द का संदेष की “हम गीता के ज्ञान को तभी समझ सकते है जब हम फुटबाॅल के मैदान में अपनी मांसपेषियँा मजबुत करेंगे“ को चरितार्थ करने लगा है।
जोधपुर महानगर के लगभग 148 विद्यालयों व 2 महाविद्यालयों के 23466 छात्र-छात्राओं ने एक साथ सूर्यनमस्कार करके मरूधरा की धरती पर एक नया इतिहास रच दिया। 17245 छात्र व 6221 छात्राओं के साथ पूरे शहर के करीब 1055 गणमान्य लोग भी ऐसे अद्भूत दृष्य को देखने के लिए उपस्थित थे।
सप्ताह पूर्व कार्यकर्ताओं ने योजना बनाकर शहर की अलग-अलग स्कूलों में सम्पर्क कर सूर्यनमस्कार का प्रशिक्षण विद्यार्थी को दिया। पूरे मैदान को 100 ब्लाॅक में बाटा गया विवेकानन्द की 150वीं जयन्ति आयोजित इस सूर्यनमस्कार में इतने बड़ी संख्या में छात्र शक्ति ने भाग लेकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया।
इस कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत माँ भारती व युवाओं के प्रेरणास्रोत विवेकानन्द के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन कर हुई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति, जोधपुर महानगर संयोजक डाॅ. कैलाश डागा मंचस्थ से अतिथियों का परिचय करवाया।
समिति के विभाग प्रभारी श्री चन्द्रषेखर जी ने कार्यक्रम की भूमिका पर प्रकाश डालते हूए कहा कि जब हमारा शरीर मजबुत होगा तो मन मजबूत होगा और जब दोनों मजबूत होंगे तो ही भारत माँ की सेवा की जा सकती है। उन्होने सूर्यनमस्कार के महत्व को समझाते हूए विद्यार्थीयों से रोजाना सूर्यनमस्कार करने का आग्रह किया। उन्होने छात्र शक्ति को समाज हित में कुछ करने हेतु प्रेरित करते हूए कहा कि हमारे चुपचाप बैठने से कुछ नहीं होगा।
उसके बाद श्री शंम्भू सिंह के निदेशन में विद्यार्थीयों ने ड्रम की आवाज व मंत्रों के उच्चारण के साथ सूर्यनमस्कार के सात चक्र पूरे किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रिटायर्ड ले. जनरल मान्धाता सिंह ने छात्र शक्ति को अनुशासन में रहकर देश सेवा करने पर जोर दिया। एक कहानी के माध्यम से उन्होने बताया की देश भक्ति की भावना एक निरक्षर बालक के मन में भी जाग सकती है क्योंकि देश भक्ति सभी बातों से बढ़ सकती है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मा. राममाधव जी थे जो कि रा.स्व.संघ के अखिल भारतीय सह सम्पर्क प्रमुख है। उन्होनंे बहुत ही सरल शब्दों में छात्र-छात्राओं को व्यवहार रूप में कैसा होना चाहिए इस पर प्रकाश डाला उन्होने कहा कि बालकों को साउण्ड माईन्ड के साथ-साथ साउण्ड बाॅडी की भी उतनी ही आवश्यकता है। एक अच्छा विद्यार्थी वह नहीं है जो चुपचाप स्कूल आता व जाता है अपितु एक अच्छा विद्यार्थी वह है जो स्कूल जाते समय किसी असहाय की मदद भी करता है, जो अपने मन में सामाजिक संवेदना भी रखता है। उन्होंने चुटकी लेकर कहा कि हमें साउण्ड (स्वस्थ) बाॅडी चाहिए, राउण्ड अर्थात गोल-गोल शरीर नहीं। श्री राममाधव जी ने शिक्षित व्यक्तियों को अपने कर्तव्य का एहसास कराते हुए कहा कि वह प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति कृतघ्न है जब तक लाखों लोग भूखे और अज्ञानी है। क्यांेेिक हम उनके बल पर ही शिक्षित हुए हैं और अब हम उनकी और ध्यान नहीं देते है।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक श्री देवेन्द्र जी जोशी ने सभी को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री घनश्याम जी ओझा व महानगर युवा शक्ति आयाम प्रमुख श्री सुभाश गहलोत भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान मंचसीन अतिथियों में श्री हनुमान सिंह जी द्वारा लिखित “राजस्थान में विवेकानन्द“ नामक पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक में स्वामी जी के राजस्थान से जुड़े संस्मरण लिखे हुए है।
ऊं भास्कराय नम:, देखिए नजारे जब सूर्य नमस्कार के लिए एक साथ उठे हजारों हाथ
फरीदाबाद. स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर एक दर्जन से अधिक
स्कूलों में एक समय पर छात्रों ने सूर्य नमस्कार कर नए भारत के निर्माण का
संकल्प लिया। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए लंबे समय से तैयारियां की जा
रही थी। ताकि कोई कसर न रह जाए।
स्वामी विवेकानंद युवाओं को आगे आकर नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करते
थे। उनका मानना था कि बच्चे नियमित सूर्य नमस्कार करेंगे तो वे शारीरिक रूप
से बलवान होंगे। बुद्धि बढ़ेगी और तनाव मुक्त रहेंगे। इसे ध्यान में रखकर
पूरे देश में सुबह 9 बजे बड़ी संख्या में स्कूली छात्रों ने सूर्य नमस्कार
किया।
जिले के अशोका मेमोरियल, बालाजी, होली चाइल्ड, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर
सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, वैश्य भवन, सेफ्रॉन,
तरुण निकेतन पब्लिक स्कूल, गवर्नमेंट स्कूल सेहत पुर सहित विभिन्न शिक्षण
संस्थानों में 3 हजार से अधिक छात्रों ने सूर्य नमस्कार किया।
इसके पूर्व भारत माता की जय से स्कूल परिसर गुंजायमान हो उठा। विभिन्न
जगहों पर आयोजित इस कार्यक्रम में अपने क्षेत्र के विशेषज्ञों ने छात्रों
को सफल होने के टिप्स दिए।
अशोक एंकलेव स्थित अशोका मेमोरियल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में
आर्थोपेडिक्स डॉ. पंकज तुली ने छात्रों को नए भारत के निर्माण के लिए आगे
आने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि देश की सभ्यता व संस्कृति से पहचान मिलती है। ऐसे में सभी
को देश के विकास में अपना संपूर्ण न्योछावर करना चाहिए। जमुना प्रसाद व शशि
ने छात्रों को बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित किया।
For more information, please Click Here
ref : http://www.bhaskar.com/article/HAR-FAR-pix-see-the-sun-salutations-to-view-thousands-of-raised-hands-together-4184396-PHO.html?seq=10
विराट और वृहदस्तर पर सम्पन्न हुआ सूर्य नमस्कार महायज्ञ का आयोजन
स्वामी विवेकानन्दजी
की 150वीं जयंती को वर्षभर विभिन्न आयोजनों के रूप में मना रही स्वामी
विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति के तत्वावधान में सोमवार को विराट व
वृहद स्तर पर सामुहिक सूर्य नमस्कार महायज्ञ का एतिहासिक आयोजन विद्यालयों व
महाविद्यालय स्तर पर धूमधाम व उत्साहपूर्वक तरीके से सम्पन्न किया गया।
उक्त संबंध में जानकारी देते हुए समिति के जिला प्रचार प्रमुख मंगल
नाहर ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की श्रंखला में
सर्वप्रथम प्रातः 8 बजे स्थानीय दुपाड़ा मार्ग स्थित सरस्वती विद्या मंदिर
में बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें आयोजन के अतिथि के रूप में
सार्ध शती समारोह समिति के साहित्य प्रमुख सत्यनारायण शर्मा तथा विशेष
अतिथि के रूप में समिति के निधी प्रमुख योगेश भावसार व नगर सहसंयोजक ओम
शर्मा उपस्थित थे।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के प्रांतीय सहसंयोजक सुभाष
द्विवेदी द्वारा की गई। इस मौके पर उपस्थित अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम मां
सरस्वती एवं स्वामी विवेकानन्दजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन
करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इसके पश्चात अतिथियों द्वारा उपस्थित विद्यार्थियों को स्वामीजी के
जीवन से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण प्रसंगों व जानकारियों से अवगत करवाया
गया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के भैया/बहिनों सहित उपस्थित आचार्य व
अतिथियों द्वारा सामूहिक सूर्यनमस्कार का प्रस्तुतिकरण किया गया।
इसी प्रकार स्थानीय किला परिसर में संचालित समस्त विद्यालयों के
सामुहिक सूर्यनमस्कार का आयोजन शासकीय माध्यमिक महालक्ष्मी विद्यालय परिसर
में किया गया जिसमें अतिथियों के रूप में समिति के प्रांतीय सहसंयोजक सुभाष
द्विवेदी, जिला संयोजक प्रकाश रोकड़े, निधि प्रमुख योगेश भावसार तथा नगर
सहसंयोजक ओम शर्मा उपस्थित थे। इस मौके पर कार्यक्रम संचालन संस्था
प्राचार्य मनोहरलाल राॅय द्वारा किया गया तथा विद्यार्थियों द्वारा सामुहिक
सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन किया गया।
Samuhik Surya Namaskar at Ahmedabad
History was created on the morning of Monday 18th February when 32,337 students from 300 schools and
colleges for a samuhik Suryanamaskar at the iconic Sabarmati Riverfront
in Ahmedabad. This Suryanamaskar event is a part of commemorating the
150th birth anniversary of Swami Vivekananda.
Samuhik Suryanamaskar
was arranged under the many planned activities to be organized for
Sardh Shati Mahotsav this year. The event was conducted at many places
in country at same time. It was a success as many enthusiastic students
took part in it.
Susri Nivedita
Bhide-Vice President of the Vivekananda Kendra Kanyakumari, Shri Asit
Vora- Ahmedabad Mayor, Dr. Kamlesh Upadhyay-Sah-Sanyojak, Sardhashati
Samaroh Ayojan Samiti, Gujarat, Shri Pradeepsinh Jadeja, Minister for
law and tourism; Gujarat State. Shri Sunil Talati, Member and Shri P.K.
Laheri – Working President Sardhashti Samaroh Samiti graced the
occasion. Here are the photographs of participants performing
Suryanamaskar.
सूर्य नमस्कार करने उठे हजारों हाथ
स्वामी विवेकानंद सार्धशती समारोह समिति दुर्ग
द्वारा आयोजित पं. रविशंकर स्टेडियम में समंत्र सामुहिक सूर्य नमस्कार में
40 शालाओं और 7 कॉलेजों के 5260 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया जिसमें
छात्र और छात्राओं की संख्या लगभग बराबर रही। ये कार्यक्रम दुर्ग के इतिहास
के पन्नों पर लिखा जाएगा क्योंकि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में एक साथ
सूर्य नमस्कार किया गया है। इस अभिनव कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने पूरे
उत्साह के साथ भाग लिया। पहले से ही प्रशिक्षित प्रतिभागियों ने बहुत ही
अनुशासित रुप से 7 बार सूर्य नमस्कार किया। इस दौरान आसनों की अलग अलग बनने
वाली मुद्राओं से भी उन्हे परिचित कराया गया।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि पुलिस विभाग के दुर्ग रेंज
के आईजी श्री अशोक जुनेजा ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि मानव संसाधन
ही किसी देश की उन्नति का सूचक होता है और जब देश का युवा मानव संसाधन
शारीरीक और मानसिक रुप से मजबूत होगा तभी वह आगे चलकर देश की बागडोर
संभालने में सक्षम हो सकता है। सूर्य नमस्कार का मूल उद्देश्य शारीरीक और
मानसिक ऊर्जा को सही दिशा में नियोजित करना है। उन्होने कहा कि इस आयोजन
में आए सभी प्रतिभागी सूर्य नमस्कार को अपनी दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाए।
आयोजन में मुख्यवक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के
प्रांत सहशारीरीक प्रमुख पूर्णेन्द्र सिन्हा ने कहा कि इस आयोजन का
उद्देश्य मात्र सूर्य नमस्कार करना ही नही है बल्कि स्वामी विवेकानंद जी ने
जिस आचरण की अपेक्षा देश के युवाओं से की है उसे आत्मसात करना है। उन्होने
भारत के गौरवशाली इतिहास की ओर इंगित करते हुए कहा कि भारत ने विश्व को
सिर्फ दिया है, लिया कुछ भी नही है किन्तु मिथ्या बातों को प्रचारित करके
भारतीयों को भारत के वैभव से विस्मृत करने का षडयंत्र चल रहा था उस दौर में
स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुष ने जन्म लिया और पूरे विश्व में भारतीय
संस्कृति, सभ्यता और सनातन धर्म को लेकर भारत का पक्ष मजबूती से रखते हुए
देश का वैभव बढ़ाया। भारत की मौलिक विचारधारा किसी जाति, धर्म, वर्ग के
कल्याण की नही है बल्कि संपूर्ण विश्व कल्याण की है। योग के विषय में
उन्होने कहा कि योग का अर्थ है जोड़ अर्थात् जो शरीर, मन और आत्मा को एक
दूसरे से जोड़ता है वह योग है। सूर्य नमस्कार से शरीर, मन और आत्मा को
सुदृढ़ करके पूरे विश्व में भारत का जयकारा गूंजाने की दिशा में कार्य
करें।
मंच में विशिष्ट अतिथि के रुप में जिला शिक्षाधिकारी आशुतोष चावरे भी उपस्थित थे। स्वागत उद्बोधन स्वामी विवेकानंद सार्धशती समारोह
समिति नगर संयोजक संजय करकरे ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में
व्यवस्था प्रमुख सुरेन्द्र पाटनी, मीडिया प्रभारी राजेन्द्र पाध्ये, संदीप
ताम्रकार, दिनेश ताम्रकार, नरेन्द्र चंदेल लगातार सक्रिय रहे। आभार
प्रदर्शन सूर्य नमस्कार प्रशिक्षण समिति संयोजक डॉ. सतीश सेन ने किया,
कार्यक्रम का संचालन दिलेश्वर उमरे ने किया। सूर्य नमस्कार के बाद सनशाइन
स्कूल के विद्यार्थियों ने अलग अलग योगासनों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों ने देशभक्ति गीत
पर नृत्य व गायन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम स्थल पर महाराष्ट्र मंडल ने
सूर्य नमस्कार करने की पद्धति व इसके लाभ बताने वाला पाम्पलेट वितरित किया।
समाजसेवी केवल खत्री व भगत रतनानी ने कार्यक्रम के अंत में बच्चों को
बिस्कीट पैकेट तथा समाजसेवी अजय डांगे ने चाकलेट का वितरण किया। उपस्थित
विशिष्ट जनों में कांतीलाल बोथरा, सुरेन्द्र कौशिक, टीआई संजय देवस्थले,
रविशंकर ढीमर, राजीव अग्रवाल, सोबरन सिंह राठौर तथा शालाओं व महाविद्यालयों
के शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
Subscribe to:
Posts (Atom)