Wednesday, April 3, 2013

हुआ चमत्कार हजारो युवाओ ने किया सूर्यनमस्कार

 



19 Feb, उदयपुर |समिति के तत्वाधान मे १० से अधिक स्थानो पर भव्य व अनुठे समागम के साथ विभिन्न विद्यालय व महाविद्यालय के छात्र छात्राओ व सामाजिक संगठनो ने सर्यनमस्कार का प्रदर्शन किया ।
सामूहिक सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन छात्रो का गांधी ग्राउण्ड व छात्राओ ने वद्या निकेतन सेंक्टर ४ व राजस्थान महिला  विद्यालय मे आयोजित किया गया। इसी श्रृखंला मे पेसिफिक विश्वविद्यालय, भूपालनोबल्स संस्थान ने भी अपने- अपने परिसर मे सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन किया ।
स्वामी विवेकानन्द के विचारो को सार्थक बनाने हेतु देशभर मे सूर्यनमस्कार महायज्ञ का आयोजन किया गया, सूर्यनमस्कार से युवाओ मे आयु , बुद्धि, बल ,वीरव्रत आदि्र गुणो का संचय होता है । देश को ऐसे ही युवा शक्ति कि आवश्यकता है।  यह विचार विभिन्न आयोजित कार्यक्रमों मे बोलते हए वक्ताओं के उद्गार प्रकट किये।
 सभी स्थानों पर कार्यक्रमों का क्रम इस प्रकार रहा। विवेकानन्द व भारतमाता के चित्रो पर पुष्पांजली , दीप प्रज्ज्वल व ध्वजारोपण के बाद मुख्य वक्ता का उद्बोधन,  सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन, अध्यक्षीय आर्शीवचन, ध्वजावतरण, आभार प्रकटीकरण, प्रसाद वितरण व शान्ति मन्त्र के साथ कार्यक्रम का समारोप हुआ।
गांधी ग्राउण्ड मे मुख्य वक्ता के रूप मे डा. भगवती प्रकाश जी शर्मा ने कहा कि सूर्यनमस्कार से हमारे भीतरी व बाहरी व्यक्तित्व के साथ - साथ शारीरिक विकास होता हैं क्योकिं इसकी विभिन्न मुद्राओ में भिन्न-भिन्न प्रकार के सात आसन होते हैं। उन्होने स्वामी जी के विचार को दोहराते हुए बताया कि अगर भारत के युवा को शक्तिशाली व पोरूषयुक्त बनना है तो अपने जीवन में सूर्यनमस्कार को अनिवार्य करना होगा। आज विष्व ने भारत के इस आसन के महत्व को समझा व अपनाया हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में पुर्व आई. जी. श्री एस. पी. खडकावत जी ने हजारों कि संख्या मे विद्यार्थीयो के एक साथ, एक लय में सूर्यनमस्कार करते हुए दृश्य को देख अभीभूत होकर कहा कि ’’हमारा देश विश्वगुरू था है और रहेगा। ’’
भूपालनोबल्स मे मुख्य वक्ता श्री गोविन्द सिंह जी टाक व पेसिफिक मे मुख्य वक्ता श्री देवेंद्र जी अग्रवाल , विद्यानिकेतन से . ४ मे मुख्य वक्ता श्री भगवान सहाय जी रहे। गांधी ग्राउण्ड मे आयोजित केंद्रीय कार्यक्रम का संचालन सार्द्धशती के सहसंयोजक जितेश श्रीमाली ने किया। सामूहिक गीत डा. कौशल शर्मा द्वारा करवाया गया। सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन भारत भूषण ने कराया। विवेकानन्द सार्द्धशती के संयोजक कपिल चित्तौडा ने कार्यक्रम के अन्त मे आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में पेसिफिक, आलोक, भूपालनोबल्स, आकाशदीप गुरू गोविन्द सिंह, सरस्वती निकेतन, फतह स्कूल, अभिनव रेजीडेन्सी, शिशु भारती, शिक्षा निकेतन, गुरू नानक, आदिनाथ, महावीर, राजकिय माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयो, ैमब.४, हेप्पीहोम, टैलेन्ट, जयदीप, एवन, राष्ट्रभारती, नवदीप, श्रीराम, अंकित, श्रीनाथ, वर्द्वमान, सोफिया, नवदीप, रविन्द्र, नवीन बाल सदन, ज्ञान भारती, व कई राजकीय विद्यालय,सरस्वती,श्रीनाथ, अरावली,बालाजी, कल्पतरू, सनराइज, इन्दीरा नर्सिंग, आदि विद्यालय महाविद्यालयों का सहभाग रहा। सभी स्थानो पर प्रसाद वितरण किया गया।
स्वामी विवेकानन्द जी के सार्द्धशती के आगामी कार्यक्रम मे समरसता यात्रा, प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन, युवा सम्मेलन भारत जागो दौड आदि कई कार्यक्रमो का संचालन होने वाला है। यह जानकारी उपलब्ध कराई गई।

ref : http://www.pressnote.in/udaipur-news_194211.html#.USXEkme0uxs

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