Friday, April 5, 2013

बुद्धि सशक्त बनाने के लिये शरीर को सशक्त बनाना आवश्यक : कुणाल


19 Feb, नवादा : बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि बुद्धि सशक्त बनाने के पूर्व शरीर को सशक्त बनाना होगा। शरीर को सशक्त बनाने के लिये योग अति आवश्यक है। कम समय में सूर्य नमस्कार को अपना कर कुछ हद तक शरीर को स्वस्थ्य बनाया जा सकता है। वैसे भी सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं, जिसका लाभ हर किसी को प्रतिदिन मिलता है। बगैर भेदभाव किये वे हर किसी को चाहे वे किसी धर्म के हो देते हैं लेकिन बदले में वे लेते नहीं है। श्री कुणाल सोमवार को नगर के हरिश्चंद्र स्टेडियम में स्वामी विवेकानन्द की 150 वीं जयंती के मौके पर आयोजित सामूहिक सूर्य नमस्कार समारोह को संबोधित करते हुए उपरोक्त बातें कही।
उन्होंने अपने जीवन काल में हुए शुगर रोग की चर्चा करते हुए कहा कि सूर्य नमस्कार व नित्य आसन से मैने इस रोग पर काबू पाया तथा बगैर किसी दवा सेवन के आज मैं पूर्णत: स्वस्थ्य हूं। यहां तक कि किसी जांच की आवश्यकता नहीं है। सूर्य नमस्कार को यम, नियम, आसन व प्राणायाम का मिश्रण बताते हुए इसे जीवन में प्रयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इसके पूर्व स्टेडियम में जिले भर के विद्यालयों से आये करीब 10 हजार की संख्या में छात्र-छात्राओं ने सूर्य नमस्कार का अद्भुत प्रदर्शन किया। उपस्थितों ने आगत अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ समर्पित कर किया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी जी के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
समारोह को डा. अशोक कुमार, डा. मनोज कुमार, डा. गोविन्द प्रसाद श्रीवास्तव, कार्यक्रम के जिला संयोजक नवीन कुमार, दयानन्द प्रसाद गुप्ता, सविनय कुमार, इंद्र नारायाण, कुंदन चंचल, सतीश कुमार, ब्रह्मदेव प्रसाद, उमाशंकर लाल, राधेश्याम चौधरी, संजय कुमार मुन्ना, विरेन्द्र सिंह आदि ने सम्बोधित करते हुए स्वामी जी के आदर्शो को जीवन में उतार कर जीवन को सुरखयम बनाने व बुद्धिमान बनने की अपील की।
रजौली में इंटर विद्यालय के मैदान पर सामुहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। सरस्वती विद्या मंदिर व कन्या मध्य विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में भाग लिया। मौके पर सुरेश मालाकार, मधुसूदन प्रसाद, संदीप कुमार, संजय सिंह अधिवक्ता, पिन्टू भदानी, मुन्ना सिंह आदि मौजूद थे।

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